ठीक रस्ता | अंगिका कविता | अरूण कुमार पासवान
Theek Rasta | Angika Kavita | Arun Kumar Paswan
कारs जुत्ता,उजरs मौजा आरु लाल टाय द',
बाबू नाम हमरs तोंय स्कूली मँ लिखबाय द'!
गुड्डू,बंटी,नूतन आरो बेबीयो स्कूल जाय छै,
सब के देखी-देखी मन हमरs त' ललचाय छै,
उजरs अंगा,खाकी पैंट,स्कूल बैग दिलाय द',
बाबू नाम हमरs तोंय स्कूली मँ लिखबाय द'!
हम्हूँ पढ़बै स्कूली मँ,खेलबै स्कूल-बाला खेल,
अलबर फारबै,बेल्ट लगैबै,खूब महकौवा तेल,
हमरs संगत आब' बाबू बकरी सँ तोड़बाय दे,
बाबू नाम हमरs तोंय स्कूली मँ लिखबाय दे!
नै पढ़ला सँ आगू तोरे रंग होतँ रैतs अपसोच,
मट्टी कोड़तँ,डेली ढोतँ लागत' रैतै सगरे खोंच,
जिनगी भरी रs झंझटs सँ,आभिये बचाय दे,
बाबू नाम हमरs तोंय स्कूली मँ लिखबाय दे!
स्कूली मँ सैकिल मिलतै,आरो मिलतै स्टैपेन,
पढ़ी-लिखी कुच्छु बनबै,जिनगी भर रैतै चैन,
गोड़' लागै छिहौं बाबू,ठीक रस्ता पकड़ाय द',
बाबू नाम हमरs तोंय स्कूली मँ लिखबाय द'!
कारs जुत्ता,उजरs मौजा आरु लाल टाय द',
बाबू नाम हमरs तोंय स्कूली मँ लिखबाय द'!
अरुण कुमार पासवान
23 अगस्त,2020
ठीक रस्ता | अंगिका कविता | अरूण कुमार पासवान
Theek Rasta | Angika Poetry | Arun Kumar Paswan
कारs जुत्ता,उजरs मौजा आरु लाल टाय द',
बाबू नाम हमरs तोंय स्कूली मँ लिखबाय द'!
गुड्डू,बंटी,नूतन आरो बेबीयो स्कूल जाय छै,
सब के देखी-देखी मन हमरs त' ललचाय छै,
उजरs अंगा,खाकी पैंट,स्कूल बैग दिलाय द',
बाबू नाम हमरs तोंय स्कूली मँ लिखबाय द'!
हम्हूँ पढ़बै स्कूली मँ,खेलबै स्कूल-बाला खेल,
अलबर फारबै,बेल्ट लगैबै,खूब महकौवा तेल,
हमरs संगत आब' बाबू बकरी सँ तोड़बाय दे,
बाबू नाम हमरs तोंय स्कूली मँ लिखबाय दे!
नै पढ़ला सँ आगू तोरे रंग होतँ रैतs अपसोच,
मट्टी कोड़तँ,डेली ढोतँ लागत' रैतै सगरे खोंच,
जिनगी भरी रs झंझटs सँ,आभिये बचाय दे,
बाबू नाम हमरs तोंय स्कूली मँ लिखबाय दे!
स्कूली मँ सैकिल मिलतै,आरो मिलतै स्टैपेन,
पढ़ी-लिखी कुच्छु बनबै,जिनगी भर रैतै चैन,
गोड़' लागै छिहौं बाबू,ठीक रस्ता पकड़ाय द',
बाबू नाम हमरs तोंय स्कूली मँ लिखबाय द'!
कारs जुत्ता,उजरs मौजा आरु लाल टाय द',
बाबू नाम हमरs तोंय स्कूली मँ लिखबाय द'!
अरुण कुमार पासवान
23 अगस्त,2020
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