Angika Kavita | अंगिका कविता
हङ्ङी कंपाय | Haddi Kanpai
रामनंदन विकल | Ramnandan Vikal
हङ्ङी कंपाय वाला ठंढा
काठी न करसी
घरो में
ङमखोलो के ङंङा
गेनरा पर गेनरा
सुजनी के फंङा ।
एके टा चूल्हा
अगोरी बैठले-सभे टा
तीन बजे भिनसरवा
जरैलके
ङमखोलो के पत्ता आरो ङंङा ।
भागलै ठंढा ।
बगले में-
फ़ुच्ची माय केरो झोपड़ा
टिको लगाय के
कानलै सभे टा ।
दौडी कें गेलै नितुवा
आबी कें बोललै-
मरलै नेटुआ-
है छेलो फुच्ची माय केरो बेटवा
मारलकै ठंढा ।
है छेलो
5-6-20
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हङ्ङी कंपाय | Haddi Kanpai
रामनंदन विकल | Ramnandan Vikal

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