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Thursday, August 13, 2020

हमरो,तोरो,सबके राम | Angika Kavita | Angika Poetry | Anjani Kumar Sharma

हमरो,तोरो,सबके राम | Angika Kavita | Angika Poetry | Anjani Kumar Sharma

हमरो, तोरो, सबके राम 
छिकै करुणानिधान
जगत के पालनहार
छिकै सबके भगवान 
हमरो आदर्श छिकै
छै जगत में कत्ते महान
हर घर छै जिनको वास
छै अभिभावक समान
कोना-कोना विराजै छै
नै छै कोइय्यो अंजान
कत्ते पापी के संहारलकै
हुनके ही तीर कमान
हमरो सहारा छिकै
छिकै आन बान शान 
त्याग,तपस्या के प्रतिमूर्ति
करने छै सबके कल्याण
भक्तो में भक्त छलै
बजरंगबली हनुमान
हमरो,तोरो,सबके राम 
छिकै करुणानिधान●
अंजनी कुमार शर्मा
ब्लॉक रोड, सुलतानगंज
भागलपुर-813213

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