Search Angika Kavita Sahitya

Thursday, August 27, 2020

बूहो सँ | Angika Kavita | अंगिका कविता | अंजनी कुमार शर्मा | Boohow Sein | Anjani Kumar Sharma

 

बूहो सँ | अंगिका कविता | अंजनी कुमार शर्मा
Boohow Sein | Angika Kavita | Anjani Kumar Sharma

 

बूहो सें लोगो के अब,निकलै बहुते आह
मंत्री संत्री के अभी,नै बुझवै छै थाह।
 
नै बुझवै छै थाह,राखतै किन्ने नोटो
कल्पे बाढ.देखी,लै में कैमरा फोटो।
 
रेल सङक के जाम,होलै बाढ.में चक्का
भीषण बाढ. देखी,लोग छै हक्का बक्का।
 

बूहो सँ | अंगिका कविता | अंजनी कुमार शर्मा
Boohow Sein | Angika Kavita | Anjani Kumar Sharma

 

No comments:

Post a Comment

Search Angika Kavita Sahitya

Carousel Display

अंगिकाकविता

वेब प नवीनतम व प्राचीनतम अंगिका कविता के वृहत संग्रह

A Collection of latest and oldest Angika Language Poetries , Kavita on the web




Search Angika Kavita Sahitya

संपर्क सूत्र

Name

Email *

Message *