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Saturday, August 15, 2020

आपनौ तिरंगा | Angika Kavita | अंगिका कविता | अरूण कुमार पासवान | Apnow Tiranga | Angika Poetry | Arun Kumar Paswan

 

आपनौ तिरंगा | अंगिका कविता | अरूण कुमार पासवान
Apnow Tiranga | Angika Kavita | Angika Poetry | Arun Kumar Paswan



सबलोग रहs खुशहाल,करs धमाल,

देश छै आज़ाद,डोलै आपनs तिरंगा।


सवा सs करोड़s सँ जादा हिंदुस्तानी,

सारे दुनिया क देखाय छै कारिस्तानी,

दुनिया क' मालूम छै,हेकरो त कहानी,

फहरी-फहरी क' बोलै आपनs तिरंगा।


गौतम,गाँधी आपनs,साँच रs पुजारी,

लक्ष्मीबाई जैन्हs वीर भारत रs नारी,

दुश्मनी दुश्मनs सँ,भला सँ करै यारी,

गर्दन उठाय क' बोलै,आपनs तिरंगा।


काश्मीर सँ कन्याकुमारी तक छै शान,

सौंसे देसँ गरब सँ करै जेकरो गुणगान,

दुनियां भर सँ सुंदर आपनs हिंदुस्तान,

कतना गुमान सँ बोलै आपनs तिरंगा!


सबलोग रहs खुशहाल,करs धमाल,

देश छै आज़ाद,डोलै आपनs तिरंगा!


अरुण कुमार पासवान

15 अगस्त,2020

आपनौ तिरंगा | अंगिका कविता | अरूण कुमार पासवान
Apnow Tiranga | Angika Poetry | Arun Kumar Paswan

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