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Monday, July 4, 2016

अंग जल -२६ | अंगिका गजल | सुधीर कुमार प्रोग्रामर | Ang Jal-26| Angika Gazal | Sudhir Kumar Programmar

अंग जल


गजल -२६


— सुधीर कुमार प्रोग्रामर —


गजब-गजब केॅ खेल खेलाबै चोर-सिपाही
अजमाबै कि के कत्तेॅ बरजोर सिपाही।


बात-बात मेॅ धमकी, गारी बेढंगा-सन
आफिसर सॅे जादे छै मुहजोर सिपाही।


चार डेग दौड़े ते हपसै कुकुर नांकी
मुरगुनियाँ खेलै लागै कमजोर सिपाही।


कोय बैठी के औंघै कोय बीड़ी फूंकै
मतर कहीं जागै छै भोरम-भोर सिपाही।


कोय फदरै पागल नॉकी उल्टा-सीधा
कोय मीट्ठॉे सन बात सेॅ दै झकझोर सिपाही।


Angika Poetry / Gazal : Ang Jal / अंग जल


Poet : Sudhir Kumar Programmar / सुधीर कुमार प्रोग्रामर


Angika Gazal Collection / अंगिका गजल संग्रह - अंग जल

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