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Sunday, October 31, 2021

अंगिका में-**-
देलकै कल तक दुर्गा,लक्ष्मी आर्शिवाद।
आय काली के खा,फेरु सभ्भें प्रसाद।
फेरु सभ्भें प्रसाद,सिलसिला खाय क चलतै।
छठो मैया आवी के लोगो प नै ढलतै।
प्रसाद चखतें रहो मिठाय,सेव औ केला।
सब रोग बलाय के छूटी जैथौं झमेला।

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