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Tuesday, September 1, 2020

वारिसे ने | Angika Kavita | अंगिका कविता | अंजनी कुमार शर्मा Varishe Ne | Anjani Kumar Sharma

वारिसे ने  | अंगिका कविता | अंजनी कुमार शर्मा
Varishe Ne | Angika Kavita | Anjani Kumar Sharma



वारिसे ने खोललकै,दिल्ली के सब पोल।
गदहा पिनने छै जना की बाघो के खोल।
की बाघो के खोल,निकललै सबठो अतरी।
कबे तक संघाई बनै के पिनतै गतरी।
पानिये ने पानी पानी करलकै दिल्ली।
राजधानी के हर जगह ही उङलै खिल्ली।
 
अंजनी कुमार शर्मा 
 

वारिसे ने  | अंगिका कविता | अंजनी कुमार शर्मा
Varishe Ne | Angika Kavita | Anjani Kumar Sharma

 

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