भारत'° ऐन्हऽ करलकै चोट
अंगिका कविता | भोला कुमार "बागवानी"
भारत'° ऐन्होऽ करलकै चोट,
पूरे ध्वस्त होलैऽ बालाकोट ।
कत्त' उछलै छेलै पाकिस्तान,
बम-बरसा होलै,बनलै रेगिस्तान ।
आतंकी तँऽ हरदम्म'° नञ खोज'° खोट ,
भारत'° ऐन्हेऽ करतौऽ हरदम्म'° चोट।।
हवाई जहाज भोरे उड़लै,
दोसरऽ ऑपरेशनऽ म'° जुड़लै ।
हुव' लागलै धूम-धड़ाका,
एकहजार किलो के बम-गिरलै ।।
भारत'° देलकै सौस'° सोठ,
भारत'° ऐन्होऽ करलकै चोट ।
ज्यादे जे छेलै आँख दिखाय ,
भारत'° देलकै ओकरा मिटाय ।
इक्कीस्ह'° मिनटऽ म'° करलकै सफा ,
तीन सौ आतंकी क' देलकै उड़ाय ।
आतंकी तँऽ नञ आतंक के तरफ लोट ,
भारत'° ऐन्हेऽ हरदम्मेंऽ करतऽ चोट ।।
पुलवामा आतंकी के लेलकै बदला,
वोन्ह'° खत्म होलै जेनाँ अलकायदा ।
आबऽ सब्भेऽ मिलि क' करऽ शौर्यगान,
हजारोऽ साल जियै यहाँकरऽ सब्भेऽ जवान।
अब' काँपत' होतै सब्भेऽ आतंकी के होंठ,
भारत'° ऐन्हेऽ हरदम्म'° करत'° रहतै चोट ।।
भारत माता की जय,
भारतीय सेना होलै विजय।
जय हिंद!
जय भारत ।
- कवि परिचय -
नाम- भोला कुमार "बागवानी "
पेशा-माध्यमिक शिक्षक
कार्यरत-उत्क्रमित उच्च विद्यालय पैरगाहा झाझा, जमुई(बिहार)
जन्म- पन्द्रह अगस्त 1988
जन्मस्थान-नया टोला चौहद्दी, नाथनगर, भागलपुर (बिहार)
शिक्षा- एम. ए. (मध्यकालीन इतिहास)
ति. माँ. भा.विश्वविद्यालय, भागलपुर (बिहार)
बी. एड. ग्वालियर, जीवाजी,वि वि मध्य प्रदेश
संस्था सँ जुड़ाव
अखिल भारतीय अंगिका साहित्य विकास समिति
नाथनगर शाखा, नया टोला चौहद्दी, नाथनगर, भागलपुर ।
प्रकाशित पुस्तक सूची
1) मेरी साध (हिंदी -कविता संग्रह)
2) अंग- धरती (अंगिका-कविता संग्रह)
मोबाइल नम्बर-8294724514
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