Search Angika Kavita Sahitya

Thursday, July 18, 2019

अंगिका गजल | ई त मालूम छेलै | रेत रो राग | डॉ. अमरेन्द्र | Angika Gazal | Ee Ta Maloom Chhelai | Ret Ro Raag | Dr Amrendra

ई त मालूम छेलै | रेत रो राग
अंगिका गजल | डॉ. अमरेन्द्र

ई त मालूम छेलै हमरौ पर सितम होतै
केकरौ प कथुवो ल जम्मौ के की रहम होतै ।


मरलौ खालौ सें भले लोहा भसम होलौ छै
जीत्तौ खालौ सें की बेवस्था ई भसम होतै ।


हौ जे झगड़ै छेलै डायन तरफ सें होना क
ओझो नै होतै ऊ डायन केरौ खसम होतै ।


एक राजा नें मुकुट दीनो पर रखी देलकै
ई हकीकत हुवै नै पारै ई भरम होतै ।


सोचलै छेलियै बहुत कुछ मतर नै ई सोचलौं
हेनौ कश्मीर या पंजाब या असम होतै ।


जौनें सरकार रोगर्दन प चलैतै छूरी
आपनौ सरकार के एकरै प कुछ करम होतै ।


फेनू अमरेन्द्र बहुत दिन प विमल सें मिललै
कोय जमाना में कोनो बात के कसम होतै ।



Angika Poetry -  Ee Ta Maloom Chhelai | कोय बात नैं ई त मालूम छेलै | रेत रो राग

Poet - Dr. Amrendra |  डॉ. अमरेन्द्र 

 

अंगिका गजल | रेत रो राग | डॉ. अमरेन्द्र | स्वर - डॉ. सत्यानंद । Angika Gazal | Ret Ro Raag | Dr. Amrendra | Recitation : Dr. Satyanand



Poet / Gazalkar : Dr. Amrendra

Poetry / Gazal: Ret Ro Raag

Recitation : Dr. Satyanand

कवि / गजलकार: डॉ. अमरेन्द्र

अंगिका गजल / कविता: रेत रो राग

अंगिका गजल | रेत रो राग | डॉ. अमरेन्द्र | स्वर - डॉ. सत्यानंद । Angika Gazal | Ret Ro Raag | Dr Amrendra | Recitation : Dr. Satyanand

अंगिका गजल , रेत रो राग , डॉ. अमरेन्द्र , डॉ. सत्यानंद , Angika Gazal , Ret Ro Raag , Dr Amrendra , Recitation , Dr. Satyanand

No comments:

Post a Comment

Search Angika Kavita Sahitya

Carousel Display

अंगिकाकविता

वेब प नवीनतम व प्राचीनतम अंगिका कविता के वृहत संग्रह

A Collection of latest and oldest Angika Language Poetries , Kavita on the web




Search Angika Kavita Sahitya

संपर्क सूत्र

Name

Email *

Message *